पुस्तक : नेहा ने मागी माफी
प्रकाशक : राही प्रकाशन, शाहजहांपुर
मूल्य ; १० रुपया
संस्करण : १९९४ .प्रथम.
इस पुस्तक की भूमिका श्रीप्रसाद एवं द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी जी ने लिखी थी .
पुस्तक में ६ कहानिया संकलित है - खेलखेल में , अँधेरा हट गया , देखा तो चौकी ,
जल्दी चलिए वहां , नेहा ने माफी मांगी , मै जान गया हूँ
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