ढेरों बच्चे थे प्रत्याशी
सभी जीत के थे अभिलाषी .
बढे हुए थे भाव हमारे विद्यालय में ,
कुछ जीते हैं कुछ हारें हैं .
लेकिन फिर भी खुश सारे हैं .
है कितना सद्भाव हमारे विद्यालय में ,
अब सब मिलकर काम करेंगे ,
विद्यालय का नाम करेंगे .
कितना सुन्दर चाव हमारे विद्यालय में ,
यहाँ सभी को हैं सब प्यारे ,
यहाँ नहीं गिरतीं सरकारें.
नहीं पेंच या दांव हमारे विद्यालय में
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